
संयुक्ता गावड़े
डोना पोला: गोवा के राजभवन में कटहल महोत्सव का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71 वें जन्मदिन पर 17 सितंबर, 2021 को राजभवन गोवा परिसर में 71 पौधे लगाकर कटहल के बगीचे की शुरुआत की गई। अब इस बगीचे में लगे पौधों में फल आने शुरू हो गए हैं, जो रोपण की तारीख से 20 महीने बाद काटे जाने के लिए तैयार हैं। इसलिए राजभवन ने गोवा के राज्यपाल श्री पी एस श्रीधरन पिल्लई की उपस्थिति में दरबार हॉल, राजभवन में कटहल महोत्सव का आयोजन किया, जिसमे बिहार के राज्यपाल, राजेंद्र अर्लेकर और तेलंगाना की राज्यपाल, डॉ तमिलिसाई सुंदरराजन भी आमंत्रित रही।
राजभवन जिसे अब लोकभवन के तौर पर ज्यादा जाना जा रहा है इस मौके पर गांव- गांव से कटहल उगाने वाले किसान आये अपने बागान में उगाये कटहल की प्रदर्शनी भी लगाई। अच्छी संख्या में यहाँ महिला किसान भी दिखी।
राज्यपाल ने किसानों को कटहल के पौधे वितरित किए। समारोह में प्रथम महिला श्रीमती रीता पिल्लई उपस्थित रही । कुलपति, गोवा विश्वविद्यालय, हरिलाल मेनन , जॉर्ज कुलांकरा ने भी इस अवसर पर बात की। गोवा राजयपाल के विशेष अधिकारी आर मिहिर वर्धन, आईएएस (सेवानिवृत्त) ने भी अपने विचार साझा किये।
‘अयुरजैक’ के सैंपल यहाँ गोवा के किसानों को वितरित किये गए। केरल के ‘अयूर जैक फार्म’ के निदेशक और और जैकफ्रूट को विकसित करने वाले वर्गीस थरकान की कटहल की मीठी ‘वरिक्का’ किस्म को उचित देखरेख करने पर डेढ़ साल में फल देता है।
कटहल, केरल का आधिकारिक राज्य फल है। मिली जानकारी के अनुसार तमिलनाडु और केरल में प्रत्येक दिन 100 मीट्रिक टन से अधिक कटहल की मांग के साथ, भारत दुनिया में कटहल का सबसे बड़ा उत्पादक है, जो 1.4 मिलियन टन प्रदान करता है।