पणजी : मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने गोवा में पाए जाने वाले नए लघु खनिज कैल्शियम बेंटोनेट (गैर-सूजन) के संबंध में मेसर्स नाथुरमल इको मिनरल्स प्राइवेट लिमिटेड को लीज डीड सौंपी। इस लघु खनिज को मुल्तानी मिट्टी या फुलर्स अर्थ के नाम से भी जाना जाता है। इसका आयुर्वेदिक तैयारियों, खाद्य तेलों, वाइन बनाने, स्वास्थ्य और कल्याण, निर्माण, अपशिष्ट प्रबंधन, कृषि, पशु चारा आदि में विभिन्न उपयोग हैं। यह याद किया जा सकता है कि सरकार ने मार्च 2022 में उसी कंपनी के साथ एक और नई लीज डीड पर हस्ताक्षर किए थे। राज्य में डोलोमाइट नामक गौण खनिज पाया गया।
इससे पहले सरकार ने एलान किया कि वो 99 ‘पर्यावरण के प्रति संवेदनशील’ गांवों में खनिज ब्लॉकों की नीलामी नहीं करेगी।
राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि केंद्र सरकार द्वारा पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र के रूप में प्रस्तावित 99 गांवों में स्थित खनिज ब्लॉकों को नीलामी के लिए नहीं रखा जाएगा। एक अधिकारी ने कहा, ”सरकार खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी के बाद कोई मुकदमा नहीं चाहती है।” “अगर इन गांवों को पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया जाता है, तो संभावना है कि सफल बोली लगाने वाले और सरकार के बीच मतभेद होगा। अधिकारी ने कहा कि इन 99 गांवों में उनकी पहचान के कारण खनिज ब्लॉकों की तीसरी ई-नीलामी में थोड़ी देरी हुई। सरकार अब तक दो चरणों में नौ खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी कर चुकी है। अधिकारी ने कहा, ”हम जल्द ही तीसरी ई-नीलामी लेकर आएंगे।” उन्होंने कहा कि इस नीलामी में संभवत: सभी ब्लॉक दक्षिण गोवा में होंगे।