मायेम जैव विविधता एटलस
देश का पहला ग्राम एटलस गोवा में हुआ जारी
बिचोलिम : मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने महामाया देवालय मंडप मायेम, बिचोलिम में मायेम जैव विविधता एटलस – भारत का पहला ग्राम एटलस जारी किया। समारोह का आयोजन मायेम वैगुइनिम ग्रामपंचायत, जैव विविधता प्रबंधन समिति, मायेम वैगुइनिम और मायेम पैनलोट संघ द्वारा संयुक्त रूप से किया गया ।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने बताया कि सरकार राज्य की सभी 191 पंचायतों का एक जैव विविधता एटलस लाएगी, जिसमें जैव विविधता को संरक्षित और बनाए रखने के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, हमारी जैव विविधता को संरक्षित करना और इसे भावी पीढ़ियों के लिए बनाए रखना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जैव विविधता का टिकाऊ तरीके से उपयोग करने का मतलब प्राकृतिक संसाधनों का उस दर से उपयोग करना है जिससे पृथ्वी उन्हें नवीनीकृत कर सके। उन्होंने कहा कि जलवायु परिस्थितियों में बदलाव के कारण जनता को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने एक अनूठी एटलस पुस्तक, समर्पित वेबसाइट, पोस्टर और एक ‘लोगो’ जारी किया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री के हाथों पुरस्कार दिये गये।
इस अवसर पर श्रीमती सुवर्णा चोदनकर, सरपंच, मायेम वैगुइनिम पंचायत, श्री श्रीकांत पेडनेकर, बीडीओ, बिचोलिम, श्री सखाराम पेडनेकर, अध्यक्ष, जैव विविधता प्रबंधन समिति, मायेम वैगुइनिम, श्री रमेश प्रभु गांवकर, अध्यक्ष श्री केलबाई देवस्थान समिति, श्रीमती सुफला चोपडेकर, उपसरपंच और पंचायत सदस्य और अन्य भी उपस्थित रहे ।
इससे पहले सखाराम पेडणेकर ने अतिथियों का स्वागत किया और ग्राम एटलस परियोजना के बारे में जानकारी दी। विधायक प्रेमेंद्र शेट और गोवा राज्य जैव विविधता बोर्ड के सदस्य सचिव डॉ. प्रदीप सरमुकदम ने भी इस अवसर पर बात की। सुश्री हर्षदा गवास ने संचालन किया और श्रीमती सुवर्णा चोदनकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।