बाम्बोलिम : याद किये गए महाकवि तुलसीदास और उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद। गोवा विश्वविद्यालय के हिंदी अध्ययन शाखा में तुलसीदास एवं प्रेमचंद जयंती समारोह का आयोजन किया गया । इस अवसर पर स्नातकोत्तर हिंदी प्रथम वर्ष एवं द्वितीय वर्ष के छात्रों ने प्रेमचंद की कहानियों का नाट्य रूपांतरण और संत तुलसीदास के भजन प्रस्तुत किये।
14 अगस्त ,2023 को हुए इस विशेष आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में गोवा समाचार की संपादक नमिता शरण उपस्थित रही । इस अवसर पर शणै गोंयबाब भाषा और साहित्य स्कूल की अधिष्ठाता प्रो॰ अनुराधा वागळे, उप-अधिष्ठाता प्रो॰ वृषाली मांद्रेकर, हिंदी अध्ययन शाखा के निदेशक डॉ॰ बिपिन तिवारी और इस कार्यक्रम के संयोजक आदित्य सिनाय भांगी उपस्थित रहें। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण से हुई। प्रो॰ वृषाली मांद्रेकर ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रो॰ अनुराधा वागळे ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। मुख्य अतिथि नमिता शरण ने प्रेमचंद से अपने जुड़ाव के संबंध में बात की। उन्होंने कहाँ कि प्रेमचंद की कहानियाँ बाल-मन को प्रभावित करती हैं। इस संबंध में उन्होंने ईदगाह कहानी का उदाहरण दिया और कहा कि प्रेमचंद ने उस समय समाज में परिवर्तन लाने के
लिए कहानियाँ लिखीं जो तब किसी भी साहित्यकार के द्वारा नहीं किया गया था। साथ ही साहित्य जगत् में संत तुलसीदास के महत्त्व पर भी विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन प्रथम वर्ष की छात्रा ज्योति सेनापति ने किया तथा आदित्य सिनाय भांगी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।