पणजी : मशहूर राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय गायिका हेमा सरदेसाई ज्वलंत मुद्दों पर बेबाक राय रखने में कभी भी पीछे नहीं रहती है और इस बार वो महिला पांच के समर्थन में सामने आयी है। हेमा सरदेसाई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बदनाम करने के खिलाफ कानून बनाने की मांग की है। “कुछ भी जहां किसी पुरुष या महिला के चरित्र को बदनाम किया जाता है… सबसे पहले हमारे संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है… इसे किसी अन्य खंड के साथ होना चाहिए न कि दुरुपयोग के स्तर तक। आप किसी को गाली नहीं दे सकते,” सरदेसाई ने शहर में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा।
सीडब्ल्यूसी में कांग्रेस के स्थायी आमंत्रित सदस्य गिरीश चोडनकर द्वारा गोवा सरकार के मोरमुगाओ स्थित एक मंत्री के खिलाफ लगाए गए आरोपों से हैरान महिला पंच ने उन्हें एक खुला पत्र लिखा है।पंच ऐश्वर्या कोरगांवकर ने गिरीश चोदनकर को खुला पत्र लिखा। पत्र में उन्होंने लिखा है -‘ एक दुर्भाग्यपूर्ण महिला पीड़ित की ओर से आपको नमस्कार, जो आपके नवीनतम राजनीतिक षडयंत्र का निशाना बनी है और आपके झूठे और काल्पनिक अपमानजनक ट्वीट का शिकार बनी है।।।।आप अच्छी तरह से जानते थे कि उक्त काल्पनिक संदेश मेरी तस्वीर के साथ सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा रहा था और इस तरह जनता मुझे झूठे सोशल मीडिया पोस्ट से जोड़ रही थी। आपके गैर-जिम्मेदाराना और लापरवाह ट्वीट के बाद पोस्ट और अधिक वायरल हो गई और मेरे नाम और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है।’
“कुछ भी जहां किसी पुरुष या महिला के चरित्र को बदनाम किया जाता है… सबसे पहले हमारे संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है… इसे किसी अन्य खंड के साथ होना चाहिए न कि दुरुपयोग के स्तर तक। आप किसी को गाली नहीं दे सकते,” सरदेसाई ने शहर में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा। सरदेसाई चिकालिम की उपसरपंच ऐश्वर्या कोरगांवकर की मानहानि पर अपना आक्रोश व्यक्त करने के लिए मीडिया को संबोधित किया । इस अवसर पर कोरगांवकर के साथ जिला परिषद सदस्य अधिवक्ता अनीता थोराट और पूर्व जिला परिषद सदस्य नेली रोड्रिग्स भी उपस्थित रही ।